वकील/ अधिवक्ता/ बैरिस्टर और लोक अभियोजक का क्या अर्थ है?
लॉयर (Lawyer), एडवोकेट (advocate), बैरिस्टर (Barrister), गवर्नमेंट प्लीडर (Government Pleader) जैसे शब्द कई बार सुनने को मिल जाते हैं परन्तु क्या आप लॉयर (Lawyer), एडवोकेट (advocate), बैरिस्टर (Barrister), गवर्नमेंट प्लीडर (Government Pleader) इत्यादि में अंतर के बारे में जानते हैं। इस Blog में आपको इनमें अंतर बताएंगे।
विषय सूची:
LL.B. का fullform क्या होता है?
लॉयर (Lawyer) कौन होता है?
एडवोकेट (Advocate) कौन होता हैं?
बैरिस्टर (Barrister) कौन होता हैं?
लॉयर और एडवोकेट में अंतर
सरकारी वकील कौन होता है?
LL.B. का fullform क्या होता है?
- LL.B. को लैटिन भाषा में Legum Baccalaures कहते है यानी Bachelor of Laws कहते हैं। 12th क्लास के बाद या graduation करके भी आप लॉ विकल्प को चुनते हैं और कानून से सम्बंधित ज्ञान को प्राप्त करते हैं।
लॉयर (Lawyer) कौन होता है?
- लॉयर, वह होता है जिसके पास लॉ (law) की डिग्री होती है, जो कानून के क्षेत्र में प्रशिक्षित होता है और कानूनी मामलों पर सलाह और सहायता प्रदान करता है। जिसने LLB की डिग्री ले ली हो, वह लॉयर बन जाता है। उसके पास कोर्ट में केस को लड़ने की अनुमति नहीं होती है।
- Lawyer वकील को कानूनी समस्याओं का अनुसंधान और विश्लेषण करना होता है। वकीलों को अपने मुवक्किलों या अन्य लोगों को लिखित और मौखिक रूप से तथ्य प्रस्तुत करने होते हैं और अपने मुवक्किलों की ओर से बहस करनी पड़ती है। वकील को कानूनी दस्तावेज और फाइल तैयार करनी होते हैं, जैसे कि मुकदमे, अपील, वसीयत, अनुबंध और कार्य।
एडवोकेट (Advocate) कौन होता हैं?
- एडवोकेट एक ऐसा शब्द है जिसे अधिवक्ता, अभिभाषक कहा जाता है। जैसे ही Bar Council of India (BCI) से सनद मिलती है, वह BCI की परीक्षा को पास कर लेता है तो किसी भी कोर्ट में खड़े होने के लिए अधिकृत हो जाता है तब वह एडवोकेट बन जाता है। आसान शब्दों में कहें तो एडवोकेट दूसरे व्यक्ति की तरफ से दलीलों को कोर्ट में प्रस्तुत करता है। अधिवक्ता बनने के लिए कानून (Law) की पढ़ाई को पूरा करना अनिवार्य होता है। एडवोकेट आमतौर पर एक वकील को ही कहा जाता है।
- यह वह व्यक्ति होता है, जिसने कानून की पढ़ाई पूरी कर ली होती है और वह कोर्ट के वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहा होता है। या यूं कहें कि एक एडवोकेट वह व्यक्ति होता है, जिसकी स्टूडेंट लाइफ खत्म हो चुकी होती है। एडवोकेट बनने के लिए किसी भी लॉयर को बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और बार की परीक्षा पास करनी होती है, जिसके बाद वो एडवोकेट बनता है।
बैरिस्टर (Barrister) कौन होता हैं?
- यदि कोई व्यक्ति लॉ (law) की डिग्री इंग्लैंड से प्राप्त करता है तो उसे बैरिस्टर कहा जाता है। आपने पढ़ा भी होगा कि महात्मा गांधी के परिवार के लोग चाहते थे कि वह बैरिस्टर बने इसलिए वो 19 साल की उम्र में ही कानून की पढ़ाई करने के लिए लन्दन चले गए थे और वहीं पर उन्होंने बैरिस्टर की डिग्री हासिल की थी। महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत बैरिस्टर बन कर ही तो लौटे थे।
- एक अधिवक्ता को आमतौर पर वकील कहा जाता है। इस व्यक्ति ने कानून की पढ़ाई पूरी कर ली है और कोर्ट के वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहा है। या यों कहें कि अधिवक्ता वह व्यक्ति होता है जिसका छात्र जीवन समाप्त हो गया हो। एडवोकेट बनने के लिए किसी भी वकील को बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराना होता है और बार परीक्षा पास करनी होती है, जिसके बाद वह एडवोकेट बन जाता है।
लॉयर और एडवोकेट में अंतर :
- एक लॉयर एडवोकेट नहीं हो सकता लेकिन एक एडवोकेट लॉयर जरूर हो सकता है।
- एडवोकेट के किए जाने वाले काम का दायरा लॉयर से बड़ा होता है और एडवोकेट लॉयर से एक पद आगे होता है।
- लॉयर शब्द एक मूल शब्द है और बहुत प्रचलित हुई है जबकि एडवोकेट एक प्रकार का लॉयर होता है जो कोर्ट में अपने क्लाइंट का पक्ष रखने के लिए खड़ा हो सकता है।
- संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में एडवोकेट शब्द का उपयोग नहीं होता वहां केवल लॉयर कहा जाता है हांलाकि यूनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल राष्ट्रों में एडवोकेट शब्द का उपयोग किया जाता है।
- एडवोकेट का कार्य होता है अदालत में अपने ग्राहक का पक्ष रखना ग्रह का प्रतिनिधित्व करना साथ ही लॉयर के कामों में शामिल होना उन्हें कानूनी सलाह देना किसी भी मामले में जनहित याचिका को दाखिल कराना साथ ही इनकी भूमिका लॉयर के प्रकार के अनुसार बदल सकती है।
- एक लॉयर वह व्यक्ति होता है जिसने कानून की पढ़ाई और प्रशिक्षण प्राप्त किया होता है। लॉयर शब्द एक बहुत ही प्रचलित और मूल शब्द है जबकि एडवोकेट एक विशेष प्रकार का लॉयर होता है जो कि किसी कोर्ट में अपने क्लाइंट का पक्ष रखने के लिए खड़ा हो सकता है।
- एडवोकेट के कार्यों में शामिल होता है; अदालत में अपने ग्राहक का प्रतिनिधित्व करना, अपने ग्राहक का पक्ष रखना और लॉयर के कार्यों में शामिल होता है, कानूनी सलाह देना, किसी मामले में जनहित याचिका दाखिल करना और इनकी भूमिका लॉयर के “प्रकार” के अनुसार बदल भी सकती है।
सरकारी वकील कौन होता है?
- स्टेट में जितने भी क्राइम होते हैं, पुलिस FIR लिखती है उस व्यक्ति के खिलाफ जिसने अपराध किया है। FIR लॉन्च होने के बाद पुलिस इन्वेस्टीगेशन करती है और उस केस से संबंधित सभी डिटेल्स को ( जिसको कानूनी भाषा में चार्ज शीट (Charge Sheet) कहते हैं ) अदालत में पेश करती है और फिर ट्रायल शुरू किया जाता है, जोकि एक वकील का काम होता है।
- यहाँ रोल आता है सरकारी वकील का। हर राज्य की सरकार को वकील चाहिए होता है स्टेट के प्रति क्राइम को सुलझाने के लिए। मतलब के कोर्ट में केस के ट्रायल के लिए हर किसी सरकार को वकील चाहिए होता जो सरकार का नेतृत्व कर सके।
- English भाषा में सरकारी वकील को Prosecution Officer और Public Prosecutor कहते हैं।
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