"राजस्थान में आटा-साटा कुप्रथा में लड़कियों की चढ़ती बलि"
आटा-साटा कुप्रथा क्या है ?
- आटा-साटा नाम की यह प्रचलित प्रथा एक कुप्रथा ही है। आटा-साटा का अर्थ सामान्य शब्दों में समझें तो अदला-बदली होता है। आटा-साटा कुप्रथा के अंतर्गत अगर किसी लड़के की शादी किसी लड़की से होती है तो साथ में लड़की की तरफ से किसी लड़के की शादी लड़के की बहन से की जाती है।
- साफ़ शब्दों में कहें तो अदला-बदली। अगर किसी घर से एक लड़की जाएगी तो दूसरी लड़की बहु के रूप मे आएगी। इस कुप्रथा के कारण लड़के का भविष्य तो सुरक्षित रहता है लेकिन लड़कियों को अपनी सभी इच्छाओं से समझौता करना पड़ता है। कई बार यह सब छोटी उम्र में ही तय कर दिया जाता है कि इस लड़के के साथ इस लड़की को भेजा जाएगा।
- राजस्थान में आटा-साटा नाम की कुप्रथा में लड़कियों को लड़कों के बदले बेचा जाता है। इस प्रथा के कारण कम उम्र की लड़की का विवाह 70 साल के अधेड़ के साथ कर दिया जाता है। पश्चिमी राजस्थान में इस कुप्रथा का ज्यादा प्रचलन है। लड़की पैदा होते ही तय कर देते हैं कि इसका किसके बदले विवाह करना है।
- इसमें दो परिवार आपसी सहमति से अपनी काबिल और पढ़ी लिखी लड़कियों को अपने अनपढ़, बेरोजगार और कभी-कभी तो बीमार और मंदबुद्धि लड़कों से ब्याह दी जाती हैं। इसमें लड़कियों की इच्छा या पसंद का कोई ख्याल नहीं रखा जाता। इस प्रथा को एक तरह से "लड़कियों को बेचने" जैसे कड़वे शब्द से भी नवाजा जा सकता है।
- इसके परिणाम में या तो लड़की इसे अपनी किस्मत समझ कर जिंदगी जैसे तैसे मन मसोस कर काट देती हैं। इस तरह की बेमेल विवाह समाज में एक बीमार और नाखुश परिवार का ही निर्माण करते हैं जो हमारे देश की तरक्की में हमेशा बाधक होते हैं।
क्या आटा-साटा प्रथा में सगे बहन भाइयों में ही शादी होती है ?
- नहीं, इस प्रथा में जरूरी नहीं कि यह सगे बहन भाइयों में ही हो। दूर के रिश्तों में भी ऐसा कर दिया जाता है। यह प्रथा केवल राजस्थान में ही नहीं बल्कि हरियाणा और मध्यप्रदेश के अलावा अन्य कई राज्यों में प्रचलित है। हालांकि इस प्रथा के नाम अलग-अलग हैं जैसे अदला-बदली शादी और भी बहुत कुछ।
इन 3 केस से समझते है की राजस्थान में आटा-साटा से हुई शादी के बाद लड़की की क्या हालत होती है।
केस 1: आटा-साटा कुप्रथा के नाम पर 18 साल की बेटी की अपने दादा की उम्र के समान बुजुर्ग से करदी शादी:
- राजस्थान के जालोर में लड़की के पिता और चाचा ने मिलकर अपनी बेटी को एक बुजुर्ग के साथ ब्याह दिया। लड़की के पिता ने अपने 7वीं पास बेटे का घर बसाने के लिए अपनी 18 साल की लड़की की शादी 58 साल के बुजुर्ग से कर दी। एक साल पहले ही पिता ने नाबालिग उम्र में उसकी सगाई करदी। उस वक्त उसे लड़के की उम्र 35 साल बताई गई थी और वे शादी के लिए राजी हो गए थे। लेकिन सोचने वाली बात ये है कैसे कोई अपनी ही बेटी को दोगुने या तिगुने उम्र के साथ ब्याहने के लिए राजी हो सकता है? इस केस में तो लड़की ने इस शादी का विरोध किया और अपने ससुराल से 3 दिन बाद ही आ गई थी। लेकिन ऐसी हिम्मत हर कोई लड़की नहीं रख पाती है। जब लड़की ने अपने ससुराल जाने से मना कर दिया तो उसकी भाभी को भी उसके पिहर वालो में घर वापस बुला लिया। क्यूंकि बहन भाई की शादी आटा-साटा में हुई थी। एक साथ दोनों भाई बहनो की शादी टूट गई।
केस 2: तलाक लेती तो उसके भाई का भी घर उजड़ता, इसलिए करली खुदखुशी
- राजस्थान के नागौर में सुमन और उसकी बहन की शादी 2 भाइयों से हुई थी। इसके साथ ही उसके 2 भाइयों की शादी भी सुमन की नन्दो से ही करा दी गई गई थी। सुमन का पति काम पढ़ा लिखा था। सुमन ने एक बार तलाक लेने की बात अपने पति और घरवालों से करी थी। तब उसके घरवालों ने कहा की यदि वो तलाक लेती है तो उसके साथ ही उसकी बहन और दोनों भाइयो का भी तलाक होगा। जिसके बाद से सुमन परेशान रहने लगी। शादी के 2 साल के बाद उसने सुसाइड कर लिया, ताकि उसकी वजह से उसके बहन और भाइयो का घर न उजड़े।
केस 3: बचपन में हुई आटा-साटा शादी को तोडना चाहा तो ससुराल वालो ने रख दी शर्त
- राजस्थान के जोधपुर में भाई-बहन का नाबालिग उम्र में आटा-साटा के तहत विवाह तय कर दिया गया। उस वक्त 10 और नाबालिग की एक साथ शादी हो गई थी। लड़की स्कूल में पढ़ने जाती तो उसका पति उसके स्कूल के भर आकर उसे छेड़ता और परेशान करता। उसी वक्त उस लड़की को पता चला की उसका पति शराबी है। लड़की ने गौना करने से मना कर दिया तो उसके भाई की भी शादी टूट गई। क्यूंकि दोनों भाई बहन की शादी आटा-साटा में हुई थी।
क्यों करते हैं आटा-साटा शादी?
- आटा-साटा में परिवार के एक साथ तीन से चार लड़कों की दूसरे परिवार की लड़कियों से शादी करते हैं। ऐसे में एक ही शादी के खर्च में चार से पांच शादियां आसानी से हो जाती है। शादियों में होने वाले लाखों के खर्चे को बचाने के लिए आटा-साटा में शादी करते हैं। इसमें जिन लड़कों के लिए शादी के रिश्ते नहीं मिलते हैं, उनकी भी शादी बड़े आसानी से हो जाती है।
- कई लोगों का ये भी मानना है कि बेटी की शादी जिस घर में कर रहे है, वहां की बहू हम अपने घर में लाएंगे तो वो हमारी बेटी को खुश रखेंगे। रिश्तेदारी के कारण बेटी का आना-जाना भी घर पर ज्यादा होगा और वे उसको समय-समय पर संभाल सकेंगे। लेकिन कई बार बेटी की खुशी के लिए की गई शादी उसका सबसे बड़ा दुख बन जाती है। अगर एक रिश्ता टूटता है तो उसका असर दूसरे रिश्ते पर भी पड़ता है।
- बहुत से लोगों का मानना है कि इस प्रथा के कारण लड़की ढूंढने में परेशानी नहीं होती और दहेज लेन-देन की दिक्कत भी नहीं होती है। लोग आज भी लड़की की शादी को एक बोझ समझते है। लेकिन असल समस्या आगे चलकर लड़की को झेलनी पड़ जाती है।
- आटा-साटा से जुड़े हुए बहुत काम ही ऐसे मामले होते है जो कोर्ट तक पहुंचते हैं। कई बार तो मजिस्ट्रेट को भी इस तरह की प्रथा का कोई अंदाजा नहीं होता है। मजिस्ट्रेट की जांच के अनुसार अगर शादी जोर जबरदस्ती से होती है तो ही कोर्ट फैसला देती है लेकिन केस वहां तक पहुंचते ही नहीं।
क्या लड़के का घर बसाना और उसके स्वार्थ के लिए लड़की की खुशी ना देखना सही है? अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जिन लड़कों की शादी नहीं हो रही होती है उन्हें किसी भी लड़की के साथ भेज दिया जाता है, लड़के के स्वार्थ में क्या समाज इतना असंवेदनशील हो चुका है कि वह लड़की के जीवन के इतने बड़े फैसले पर बात करना या उसकी सहमति जानना भी जरूरी नहीं समझता। इस कुप्रथा के खिलाफ सभी को मिलकर आवाज उठानी होगी।
Vakilkaro is a Best Legal Services Providers Company, which provides Civil, Criminal & Corporate Laws Services and Registration Services like Private Limited Company Registration, LLP Registration, Nidhi Company Registration, Microfinance Company Registration, Section 8 Company Registration, NBFC Registration, Trademark Registration, 80G & 12A Registration, Niti Aayog Registration, FSSAI Registration, and other related Legal Services.
Contact India's best Legal Firm, Vakilkaro, today. You can give us a call at +919828123489 or may write an Email also at help@vakilkaro.co.in. We are here to serve you 24/7.
"Happy Customer serves the company success"- we aim to achieve this through our legal services."
Why should you trust Vakilkaro?
- 100% guaranteed satisfaction
- Largest Network across India
- Easy to Hire
- Provides legal service in easy language.